फोटोग्राफी में white balance क्या होता है ? What is white balance in Hindi

फोटोग्राफी में व्हाइट बैलेंस का महत्व जानिए! हमारे ब्लॉग "व्हाइट बैलेंस: क्या होता है? और जानें कि यह महत्वपूर्ण तत्व कैसे आपकी छवियों को परफेक्ट बना सकता है। 'व्हाइट बैलेंस' की आवश्यकता और महत्व को समझें और अपने फोटोग्राफी कौशल को नए ऊँचाइयों तक पहुंचाएं!

 

Photography Mein White Balance Kya Hota Hai

 

Photography Mein White Balance Kya Hota Hai? 

फोटोग्राफ़ी में “white balance” का आसान भाषा में मतलब होता है, सफ़ेद कलर का सामंजस्य|   फ़ोटोग्राफ़ी में sun light का प्रभाव बहुत ही ज़्यादा होता है| अक्सर प्रकाश बदलने के साथ ही, फ़ोटो का Background कलर भी बदल जाता है| आप देखा होगा की सुबह की Sun-light में फोटो का background पीले कलर का आता है और रात के समय में खुले आसमान में ली गई तस्वीर का background नीले कलर का हो जाता है|

प्रकाश के कारण फ़ोटो पर पड़ने वाले प्रभाव से फोटो, नेचुरल नहीं आ पाता और इसका कारण होता है, white balance (WB) का adjust नहीं होना है|  White balance adjustment के द्वारा हम कैमरे के image processor यह कमांड दे सकते हैं की हमें फोटो की कलर कास्ट यानी रंगों की आभा किस तरह की चाहिए| या सामान्य भाषा में समझें तो हमारी आँखे किसी ऑब्जेक्ट को जिस तरह से देखती है, हमारी तस्वीर में ठीक उसी तरह का कलर कॉम्बिनेशन, white balance कहलाता है|

 

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White balance कैसे काम करता है?

 

White balance कैसे काम करता है - Chalaang

 

White balance किस तरह काम करता है यह समझने के लिए हम कलर टेम्प्रेचर (तापमान) को समझने का प्रयास करते हैं| कलर टेम्प्रेचर का सामान्य भाषा में अर्थ होता है, रंगो का तापमान | जैसे दिन के समय सूर्य की रौशनी से निकलने वाले रंग का तापमान 5000 से 6000 केल्विन के बीच में होता है, इसको न्यूट्रल माना जाता है | इसी तरह रात के समय रंगो का तापमान लगभग 9000 से 10000 केल्विन तक होता है, इसमें ली गई तस्वीर में हल्का नीलापन दिखाई देता है| 

अब शाम के समय ली गई तस्वीर से नीलापन दूर करने के लिए, White balance adjustment करना होगा जिससे की तस्वीर से नीलापन दूर होकर, न्यूट्रल हो सके|

अब सवाल यह उठता है की व्हाइट बैलेंस इस काम को किस तरह करता है| इस सवाल का आसान सा जवाब है, व्हाइट बैलेंस कलर कॉम्बिनेशन के द्वारा उस रंग का अपोजिट यानि विरोधी रंग उस रंग में जोड़ देता है जिससे तस्वीर का रंग न्यूट्रल हो जाता है | आसान शब्दों में व्हाइट बैलेंस अप्लाई करने के बाद तस्वीर का रंग सफ़ेद ही होता है, नीला या पीला नहीं|

 

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कैमरे में व्हाइट बैलेंस सेटिंग कैसे APPLY करें? How to do White Balance Setting in Camera in Hindi

कैमरे में व्हाइट बैलेंस, Auto और Manually दोनों ही तरह से अप्लाई किया जा सकता है| आइये हम समझते है की ऑटो और मैनुअली तरीके से व्हाइट बैलेंस कैसे अप्लाई किया जाता है|

 

1. Auto White Balance (AWB) Setting 

यदि आप कैमरे में व्हाइट बैलेंस मैनुअली सैट नहीं करना चाहते तब आप Auto white balance अप्लाई कर सकते हैं, इसे AWB भी कहाँ जाता है| ऑटो व्हाइट बैलेंस, तस्वीर का कलर, आटोमेटिक रूप से बैलेंस कर लेता है| मोबाइल के कैमरे से ली गई तस्वीरें अक्सर ऑटो व्हाइट बैलेंस मोड पर ली गई होती है|

 

2. Manual White Balance Setting

मैन्युअल सेटिंग का मतलब होता है हम अपनी ज़रूरत के अनुसार कैमरे के व्हाइट बैलेंस को कंट्रोल कर  तस्वीर का रंग प्राप्त कर सकते हैं| कैमरे के कुछ प्रीसेट ऑप्शन जैसे - डे-लाइट, मिड-डे, शेड, क्लॉउडली जैसे ऑप्शंस का उपयोग करके आप अपनी तस्वीर का कलर चेंज कर सकते हैं| 

 

कैमरे में व्हाइट बैलेंस प्रीसेट क्या होते हैं? What is White Balance Preset

 

What is White Balance Preset - Chalaang

 

प्रीसेट का मतलब होता है पहले से तय सेट| प्रीसेट्स में पहले से ही वेल्यू सेट कर दी जाती है, तस्वीर में आप इनका उपयोग करके तस्वीर का कलर सेट क्र सकते हैं | जैसे दिन में ली गई तस्वीरों में डे-लाइट प्रीसेट का उपयोग कर सकते है | आइये हम कुछ प्रीसेट्स को समझने की कोशिश करते हैं -

 

1. Auto mode

ऑटो व्हाइट बैलेंस प्रीसेट के बारे में हम ऊपर विस्तार से चर्चा कर चुके हैं | यह सभी कैमरों में डिफ़ॉल्ट रूप से सेट होता है एवं यदि हम मैनुअल रूप से कैमरें की सेटिंग में बदलाव नहीं करते हैं तो कैमरा ऑटो व्हाइट बैलेंस का ही इस्तेमाल करता है|

2. Day light

दोपहर के समय ली गई तस्वीरों में इस प्रीसेट का उपयोग किया जाता है| दिन के समय सूरज की रौशनी के रंग का टेम्प्रेचर लगभग 5000 से 6000 केल्विन होता है और डे-लाइट प्रीसेट इस समय ली गई तस्वीरों के कलर के लिए सबसे उपयुक्त होता है|

3. Cloudly 

आसमान में बादल छाए रहने की स्थिति में इस प्रीसेट का उपयोग किया जाता है | बादल सूर्य से आने वाली रौशनी को ढक लेते है जिसके कारण तस्वीर में धुंधला पन आ जाता है | क्लॉउडली प्रीसेट के उपयोग से तस्वीर में सनलाइट जैसा हल्का गर्म कलर आ जाता है, जैसा की सूरज की रौशनी में आता है| 

4. Shade

इस प्रीसेट का उपयोग सूर्योदय और सूर्यास्त के समय फोटो लेने में किया जा सकता है क्योंकि Shade prise, क्लॉउडली प्रीसेट अधिक गर्म टन प्रदान करता है जिससे सूर्योदय और सूर्यास्त के समय ली गई फोटो बेहतरीन आ सके|

 

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निष्कर्ष 

फोटोग्राफी एक आर्ट होता है और फोटोग्राफी के आर्ट में महारत हासिल करने के लिए ज़रूरी होता है की हमें फोटोग्राफी से रिलेटेड सभी टेक्निक्स का नॉलेज हो तभी हम ली गई फोटो में जान डाल सकते है | 

जैसे - कैमरा एंगल्स, कलर कॉम्बिनेशन, लाइट इफेक्ट्स जैसे फोटो को इफेक्ट करने वाले नॉलेज के साथ- साथ कैमरे की सभी सेटिंग्स का अच्छा नॉलेज, बेहतरीन फोटोग्राफी के बहुत जरुरी होता है | आज के इस आर्टिकल फोटोग्राफी में white balance क्या होता है ? (What is white balance in Hindi ) में हमने व्हाइट बैलेंस के बारे में सभी जानकारी देने की कोशिश की है जोकि बेहतरीन फोटोग्राफी के लिए बहुत मददगार साबित होगी|

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Chalaang | 25-09-2023

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